ब्लैक फॉरेस्ट (जर्मन : Schwarzwald), दक्षिण-पश्चिम जर्मनी के बादेन-वुर्टेमबर्ग में स्थित एक वनाच्छादित पर्वत श्रृंखला है। इसकी दक्षिणी और पश्चिमी सीमाओं पर राइन घाटी स्थित है। 1493 मीटर (4898 फीट) की ऊंचाई के साथ फेल्डबर्ग इसका सबसे उंचा शिखर है। 200 km (120 मील) लंबाई तथा 60 km (37 मील) चौड़ाई के साथ यह क्षेत्र लगभग पूरी तरह से आयताकार है। इसलिए इसका क्षेत्रफल लगभग 12,000 km² (4,600 sq mi) है। श्वार्जवाल्ड नाम (अर्थात ब्लैक फॉरेस्ट) रोमनों द्वारा दिया गया है जो वहां स्थित घने जंगलों वाले पर्वत को सिल्वा निग्रा अर्थात "ब्लैक फॉरेस्ट" कहते थे क्योंकि उसके अंदर के घने शंकुवृक्षों के कारण वन में प्रकाश प्रवेश नहीं कर पाता था।
ब्लैक फॉरेस्ट में नीस तथा ग्रेनाईट से निर्मित कोर के ऊपर सैंडस्टोन का एक कवर मौजूद है। पूर्व में इसका टेक्टोनिक (विवर्तनिक) विकास निकट स्थित वोसगेस पर्वत के समान था। बाद में मध्य इओसीन युग के दौरान एक रिफ्टिंग (दरारीकरण) अवधि ने इस क्षेत्र को प्रभावित किया जिससे राइन ग्राबेन की उत्पत्ति हुई। वुर्म हिमाच्छादन (Würm glaciation) की अंतिम हिमाच्छादन अवधि के दौरान ब्लैक फॉरेस्ट बर्फ से ढंक गया था; मुम्मेलसी जैसी अनेक छोटी पहाड़ी झीलें इस अवधि के अवशेष के रूप में आज भी मौजूद हैं।
ब्लैक फॉरेस्ट की नदियों में शामिल हैं डैन्यूबे (जो ब्लैक फॉरेस्ट में ब्रिगाच तथा ब्रेग नदियों के संगम के रूप में प्रकट होती है), एन्ज, किन्जिग, मुर्ग, नागोल्ड, नेकार, रेंच, तथा वीज़. ब्लैक फॉरेस्ट अटलांटिक महासागर ड्रेनेज बेसिन (राइन द्वारा ड्रेन किया गया) तथा ब्लैक सी ड्रेनेज बेसिन (डैन्यूबे द्वारा ड्रेन किया गया) के बीच के महाद्वीपीय विभाजन का हिस्सा है।
प्रशासनिक रूप से ब्लैक फॉरेस्ट पूर्ण रूप से बादेन-वुर्टेमबर्ग राज्य का हिस्सा है और इसमें फोर्ज्हीम शहर के साथ-साथ निम्न जिले (क्राईस) भी शामिल हैं। उत्तर में: एन्ज, रास्टाट तथा कॉल; मध्य में: फ्रियूडेनस्टाट, ओर्टेनोक्राईस तथा रौट्वील; दक्षिण में: एमेनडिन्जेन, श्वार्ज़वाल्ड-बार, ब्रेगो-होशवार्ज़वाल्ड, लोराच तथा वाल्डशट.
वन में ज्यादातर चीड़ और देवदार के वृक्ष होते हैं जिनमें से कुछ को वाणिज्यिक मोनोकल्चर (एकल उपज) में उगाया जाता है। अन्य वनाच्छादित क्षेत्रों के समान ही ब्लैक फॉरेस्ट के कुछ क्षेत्र भी लकड़ी की अत्यधिक कटाई के कारण नष्ट हो चुके हैं। लकड़ी कटाई और भूमि उपयोग में परिवर्तनों के कारण यह वन अपने मूल आकार का एक अंश मात्र बचा है। स्टॉर्म लोथार ने 1999 में पहाड़ों की चोटियों के सैकड़ों एकड़ क्षेत्र से वृक्षों की कटाई की थी। इसके कारण कुछ उंची चोटियाँ और मनोरम पहाड़ लगभग नग्न हो चुके हैं जहाँ केवल कुछ घास-फूस और छोटे देवदार वृक्ष ही बचे हैं।
पर्यटन यहां का मुख्य उद्योग है। नीचे वर्णित स्मारकों और शहरों के अलावा लंबी दूरी के कई पैदल रास्ते भी ब्लैक फॉरेस्ट से हो कर गुजरते हैं, जिनमें से कई को पहली बार बनाया गया है। यूरोपीय लंबी दूरी का मार्ग ई1, लंबी दूरी के कुछ स्थानीय मार्गों का अनुसरण करते हुए ब्लैक फॉरेस्ट से गुजरता है। दिन में चलने के लिए उपयुक्त कई छोटे रास्तों के अतिरिक वहां माउंटेन बाइकिंग तथा क्रॉस-कंट्री स्कीइंग के रास्ते भी मौजूद हैं। इन मार्गों की कुल लंबाई लगभग 23,000 किलोमीटर (14,000 मील) है जिनकी देखरेख श्वार्ज़वाल्डवेरीन (ब्लैक फॉरेस्ट सोसाइटी) नामक एक स्वैच्छिक संस्था द्वारा की जाती है; इस संस्था में लगभग 90,000 सदस्य हैं (ब्रेम्के, 1999 के आंकड़े, पृष्ठ 9)।
ब्लैक फॉरेस्ट में कई पुराने शहर मौजूद हैं। लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में शामिल हैं फ्राईबर्ग, कॉल (हरमन हेस का जन्म स्थान), गेंगेनबाक, स्टॉफेन, शिल्टाक, हासलाक, तथा एल्टनस्टीक. अन्य लोकप्रिय स्थलों में शामिल हैं फेल्डबर्ग, बेल्चेन, कंडेल, तथा शाउइन्सलैंड जैसे पर्वत; टिटीसी तथा श्लुकसी झीलें; ऑल सेंट्स झरना; ट्राईबर्ग झरना जो सबसे उंचा तो नहीं है पर जर्मनी का सबसे प्रसिद्ध झरना है; और वूटाच नदी की तंग घाटी.
Schwarzwälder Freilichtmuseum Vogtsbauernhof एक ओपन-एयर संग्रहालय है जहां ब्लैक फॉरेस्ट के कई कृत्रिम रूप से निर्मित खेतों की सहायता से इस क्षेत्र के सोलहवीं तथा सत्रहवीं शताब्दी के किसानों के जीवन को दर्शाया जाता है। फूर्टवान्गेन स्थित जर्मन घड़ी संग्रहालय घड़ी उद्योग तथा घड़ी निर्माताओं के इतिहास को दर्शाता है।
चालकों के लिए इस क्षेत्र का प्रमुख मार्ग रैपिड A5 (E35) मोटरवे है, लेकिन श्वार्ज़वाल्ड-होक्सट्रासे (60 किमी (37 मील), बादेन-बादेन से फ्रियूडेंस्टाट), श्वार्ज़वाल्ड टालेरस्ट्रास (100 किमी (62 मील), मुर्ग तथा किन्जिग घाटियाँ) या बाडीश वीनस्ट्रास (बादेन वाइन स्ट्रीट, 160 किमी (99 मील)), बादेन-बादेन से वील एम राइन के बीच का वाइन रूट) जैसे कई मनोरम और सुविधाजनक रास्ते भी मौजूद हैं। [1] एक सुरम्य यात्रा मार्ग भी है जो ब्लैक फॉरेस्ट के दक्षिण से शुरू होकर पूर्व की तरफ जाता है और इसमें कई पुरानी वाइनरियों तथा छोटे-छोटे गांवों को देखा जा सकता है। एक अन्य अधिक विशिष्ट मार्ग है 'ड्यूश युरेंसट्राब' ("जर्मन क्लॉक रोड"), [2] एक गोलाकार जिसपर इस क्षेत्र के सामयिक इतिहास को देखा जा सकता है।
मध्ययुगीन काल में यहां काफी सारी खदानें थीं जिनमे में कई को जनता के लिए खोल दिया गया है (ब्लैक फॉरेस्ट सन 1100 से यूरोप के सबसे महत्त्वपूर्ण खनन क्षेत्रों में से एक था)। इस प्रकार की खदानों को किन्जिग घाटी, सुगेंटाल, म्युएन्स्टर घाटी और टौटमूस के आसपास देखा जा सकता है।
काउंट ऑटो वॉन बिस्मार्क द्वारा पाने शासनकाल (1873-1890) के दौरान कई अवसरों पर ब्लैक फॉरेस्ट का दौरा किया था। कथित तौर पर, वह विशेष रूप से ट्राईबर्ग झरने को देखने में दिलचस्पी रखता था। [3] आज ट्राईबर्ग में एक स्मारक है जो बिस्मार्क को समर्पित है; बिस्मार्क को संभवतः इस क्षेत्र के शांत वातावरण में काफी आनंद आता था क्योंकि उसके बर्लिन स्थित निवास पर इसका अभाव था।
यूरोपीय वन क्षेत्र के सामान्य वन्य जीवन के अतिरिक्त ब्लैक फॉरेस्ट में निम्न प्रकार के पशुओं को देखा जा सकता है।
ब्लैक फॉरेस्ट क्षेत्र में एलेमानिक तथा स्वाबियन बोलियों को बोला जाता है।
जर्मन फास्टनाट छुट्टी (जिसे ब्लैक फॉरेस्ट क्षेत्र में फासनेट नाम से जाना जाता है), लेंट के समय से कुछ पहले पड़ती है। रोजेनमोंटाग या ऐश बुधवार के पहले आने वाले सोमवार को सड़कों पर मुखौटा पहने लोगों की भीड़ को देखा जा सकता है। मुखौटे की एक प्रमुख शैली को ब्लैक फॉरेस्ट मुखौटा कहा जाता है जिसकी शुरुआत ब्लैक फॉरेस्ट क्षेत्र से हुई थी।
लकड़ी पर नक्काशी इस क्षेत्र का एक पारंपरिक कुटीर उद्योग है और आज की तारीख में नक़्क़ाशीदार आभूषणों को पर्यटकों के लिए स्मृति-चिन्हों के रूप में पर्याप्त संख्या में उत्पादित किया जाता है। कुक्कू घड़ी इसका एक लोकप्रिय उदाहरण है; इसे इस क्षेत्र में अठारहवीं सदी की शुरुआत से ही बनाया जाता रहा है और इसका अधिकतर विकास भी यहीं हुआ है।
ब्लैक फॉरेस्ट हैम तथा ब्लैक फॉरेस्ट केक (कम से कम नाम और प्रतिष्ठा के अनुसार) की उत्पत्ति इसी क्षेत्र से हुई थी। यह "ब्लैक फॉरेस्ट चेरी केक" के नाम से भी जाना जाता है और चॉकलेट केक, क्रीम, खट्टी चेरी तथा किर्श (चेरी की शराब) से बना होता है। फ्लामक्यूशेन की ब्लैक फॉरेस्ट किस्म, एक बाडिश विशेषता है जिसे हैम, चीज़, तथा क्रीम से बनाया जाता है। फानक्यूशेन, क्रेप या क्रेप जैसी (एरक्यूशेन या पालाशिंकेन) एक पेस्ट्री भी काफी आम है।